महाराष्ट्र के भंडारा के जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात झुलस कर मर। अगर अस्पताल प्रशासन हादसे को काबू करने में थोड़ी देर भी और करता तो यह हादसा और बड़ा हो सकता था क्योंकि उस वक्त वॉर्ड में कुल 17 बच्चे थे। हादसा रात के करीब 2 बजे हुआ जब अधिकतर लोग सो रहे थे। हालांकि, वॉर्ड में मौजूद नर्स ने कमरे से धुआं उठते देख ही सबको सतर्क कर दिया और समय रहते 7 बच्चों को बचा लिया गया। फिलहाल हादसे का कारण साफ नहीं है लेकिन माना जा रहा है कि वॉर्ड में बच्चों के लिए वॉर्मर चलाया जाता था जिसमें शॉट सर्किट की वजह से आग लगी।