वाराणसी में गंगा उफान पर है माँ गंगा का जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घण्टे की स्पीड से बढ़ रहा है। लिहाजा घाट किनारे सभी मन्दिर जलमग्न हो गए है, तो वही 84 घाटों का आपसी सम्पर्क भी टूट चुका है। इसके साथ ही वाराणसी का महाशमशान कहे जाने वाले मणिकर्णिका घाट भी बाढ़ के पानी की वजह से जलमग्न हो चुका है। दाह- संस्कार में भी अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। घाट के 12 में से 8 प्लेटफार्म जल मग्न हो चुके हैं इस वजह से अब शवदाह घाट के ऊपरी सतह पर किया जा रहा है। पानी बढ़ने की वजह से भारी संख्या में पहुंचने वाले शव यात्रियों को भी शव जलाने में इंतजार करना पड़ रहा है। पहले जो शव को जलाने में एक से डेढ़ घंटे में जलाए जा रहे थे। वह अब दो से ढाई घंटे जलाने में लग रहे हैं।