मुंबई: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड के गठन की मांग को एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि वफ्फ बोर्ड की तर्ज सनातन बोर्ड भी बने यह हमारी प्रथम मांग है। सभी धर्माचार्य अपने धर्म को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। धर्माचार्य का यही काम है कि अपनी धर्म और संस्कृति की रक्षा करें। हमारी संस्कृति पर हमारे धर्म पर आक्रमण हो रहा है। हमारे तमाम मंदिर सरकारों के संरक्षण में है। सरकारे मंदिरों के पैसों का दुरुपयोग कर रही है। सरकार उन पैसों का इस्तेमाल कौन-कौन से कामों में करती है ये भी हमें बताने के लिए तैयार नहीं है। हिंदू राष्ट्र की मांग पर कहा कि अगर देश सुरक्षित करना चाहते हैं तो हिंदू राष्ट्र घोषित करना ही चाहिए। हमारी अगली पीढ़ी पर विपत्ति आए उससे पहले हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए। मोहन भागवत के बयान पर कहा कि मैं उनके बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। लेकिन यह जरूर कहूंगा कि हिंदू मुस्लिम तो तब हो गया था जब देश आजाद हुआ था। आजादी के बाद से ही हम लोग राम मंदिर, मथुरा, काशी विश्वनाथ के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और आज भी अगर हम हिंदू मुस्लिम ना करें तो हमारी बहन बेटियों के 36 टुकड़े किए जा रहे हैं। हिंदू मुस्लिम ना करें तो 1500 साल पुरानी मंदिर को वफ्फ बोर्ड अपना बताता है। हिंदुओं की आबादी वाले गांव में जहां एक भी मुस्लिम नहीं रहता वहां कहते हैं कि पूरा गांव हमारा है। #devkinandanthakur #sanatanboard #waqfboard #hindurashtra #mohanbhagwat #prayagrajmahakumbh