मुंबई, महाराष्ट्र: नई शिक्षा नीति के तहत महाराष्ट्र में पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक हिंदी को अनिवार्य किए जाने पर कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा कि पहली कक्षा से हिंदी को अनिवार्य किया जाना बिल्कुल गलत है। हिंदी को अनिवार्य किए जाने से छोटे बच्चों पर भार पड़ेगा। महाराष्ट्र में हिंदी सीखना कोई बड़ी बात नहीं है। बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती द्वारा बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने की मांग पर दलवई ने कहा कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन क्यों लागू किया जाए?
बस इसके लिए क्योंकि कहीं एक जगह पर कुछ गड़बड़ हुई है। ये बिल्कुल गलत बात है। मिथुन चक्रवर्ती के बंगाल में हिंदू शरणार्थी बन चुके हैं वाले बयान पर कहा कि बंगाल में हिंदू शरणार्थी कैसे हो सकते हैं ?
मिथुन चक्रवर्ती कुछ भी बोलते हैं। इन्होंने कभी दलित शोषित लोगों की मदद की है क्या ?
वहीं बंगाल में हिंसा रोकने के लिए योगी मॉडल लागू करने के सवाल पर कहा कि छी...छी...योगी मॉडल भी कोई मॉडल है। अगर योगी का विकास का मॉडल होता तो बड़े पैमाने पर यूपी से लोग मुंबई और महाराष्ट्र के देहात इलाकों में काम करने के लिए नहीं आते। वहीं झारखंड के मंत्री द्वारा वक्फ को लेकर विवादित बयान दिए जाने पर कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। #MaharashtraEducation #HindiMandatory #HussainDalwai #NEP2020 #LanguageDebate #MithunChakraborty #PresidentRuleDemand #BengalPolitics